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क्षमा, मैत्री, माया, प्रणय, करुणा, शान्ति, शुचिता सबै स्वाहा पारी पल पल बढाई विषमता।पियारो यै पैसा अति कठिन हालाहलमय बनी संसारैको पछि सहज गर्ला कि विलय?।।17।।