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कसैले त्यै वेला पनि हृदय पारीकन कडा दिये भारी धक्का मकन अथवा उग्र रगडा।लुछे, लाछे, कोपे, जडतक खने, हुर्मत लिये कठै मेरा लेखा तर अबुझ ती बालक थिये।।23।।